
शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर में भारत के औद्योगिक उत्पादन में 3.1 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जो मैन्युफैक्चरिंग, माइनिंग और पावर सेक्टर से बढ़ा है।
पिछले महीने (अगस्त 2022) में कारखाने का उत्पादन 0.7 प्रतिशत कम हुआ था। इस साल जुलाई में इसमें 2.2 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।
औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के संदर्भ में मापा गया कारखाना उत्पादन सितंबर 2021 में 4.4 प्रतिशत बढ़ा था।
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, सितंबर 2022 में विनिर्माण क्षेत्र में 1.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 4.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी।
बिजली क्षेत्र ने एक साल पहले 0.9 प्रतिशत की वृद्धि के मुकाबले 11.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। खनन क्षेत्र में भी सितंबर 2022 में 4.6 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जबकि एक साल पहले महीने में यह 8.6 प्रतिशत थी।
इस साल अप्रैल-सितंबर के दौरान, आईआईपी 2021-22 की समान अवधि में 23.8 प्रतिशत विस्तार के मुकाबले 7 प्रतिशत बढ़ा।
पूंजीगत सामान का उत्पादन, जो निवेश का पैमाना है, सितंबर 2022 में 10.3 प्रतिशत बढ़ा, जबकि पिछले वर्ष के इसी महीने में यह 3.3 प्रतिशत बढ़ा था।
कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सेगमेंट में पहले के 1.6 फीसदी की ग्रोथ से 4.5 फीसदी की गिरावट आई है।
प्राथमिक सामान खंड, जिसका सूचकांक में लगभग 34 प्रतिशत हिस्सा है, सितंबर में 9.3 प्रतिशत बढ़ा, जबकि एक साल पहले की अवधि में इसमें 4.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।
मंत्रालय ने कहा कि मार्च 2020 से COVID-19 महामारी के कारण असामान्य परिस्थितियों को देखते हुए पिछले वर्ष की इसी अवधि की वृद्धि दर की व्याख्या की जानी है।
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